. Uttarakhand, India
केदारनाथ धाम पर भीड़ ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, रोज पहुंच रहे 25000 श्रद्धालु
केदारनाथ धाम पर भीड़ ने तोड़े सारे रिकॉर्ड. (फोटो साभार: PTI)
बाबा केदारनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खुल चुके हैं. हर बार की तरह इस बार भी विधि-विधान और मंत्र उच्चारण के साथ केदारनाथ के कपाट खोले गए थे. बाबा केदारनाथ धाम को फूलों से सजा रखा है. इस नजारे को देखते ही भक्तों का दिल खुश हो जाता है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी पत्नी संग केदारनाथ धाम पहुंचकर पूजा-अर्चना की थी.
यह भी पढ़ें: केदारनाथ धाम के ये चमत्कार नहीं जानते होंगे आप, जानें मंदिर की कहानी
कोरोना महामारी की वजह से केदारनाथ धाम की यात्रा 2 साल के लिए बंद कर दी गई थी. अब इसे शुरू किया गया है. इस बार केदारनाथ की यात्रा शुरू होते ही भक्तों की अनियंत्रित भीड़ ने सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले हैं. यात्रियों की सुविधा और कोरोना की रोकथाम के लिए तय सीमा से भी कहीं ज्यादा लोग दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. ये संख्या 25,000 से भी ज्यादा बताई जा रही है. वहीं, सरकारी निर्देश में प्रतिदिन केवल 12,000 यात्रियों को ही केदारनाथ धाम जाने की अनुमति दी गई है.
यह भी पढ़ें: केदारनाथ धाम के कपाट खुले, देखें भक्ति में सराबोर कर देने वाला VIDEO
आजतक के सूत्रों की मानें तो यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन की तरफ से पुख्ता इंतजाम नहीं थे. हालात इतने खराब थे कि भगदड़ और लाठीचार्ज की स्थिति पैदा हो गई थी. दो साल बाद शुरू हुई केदारनाथ यात्रा में जहां स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं में उत्साह दिखाई दिया. वहीं, प्रशासनिक खामियों की वजह से आने वाले दिनों में पुलिस के लिए काफी चुनौतीपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो सकती है.
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड का अनोखा गांव, जहां मक्के से सजाया जाता है हर एक घर, कारण रोचक है
उत्तराखंड सरकार ने चार धाम की यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को पहले ही सीमित कर दिया था. सरकारी निर्देश के अनुसार, रोजाना सिर्फ 15,000 श्रद्धालु ही बाबा बद्रीनाथ के दर्शन करने के लिए जा सकेंगे. वहीं, केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की संख्या 12,000 प्रतिदिन रखी गई है. इसके अलावा गंगोत्री धाम के दर्शन के लिए सिर्फ 7,000 श्रद्धालु ही रोजाना जा सकते हैं. अगर यमुनोत्री धाम की बात करें तो वहां केवल 4,000 श्रद्धालु ही दर्शन के लिए जा सकते हैं.
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में लें महलों में रहने का आनंद, 1500 रुपये में मिलेगी ये सुविधा