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Labour Day 2022: क्यों मनाया जाता है मजदूर दिवस? जानें उद्देश्य और खासियत
आज मजदूर दिवस मनाया जा रहा है. (फोटो साभार: unsplash)
हर साल 1 मई को देश-दुनिया में मजदूर दिवस मनाया जाता है. मजदूरों और श्रमिकों को सम्मान देने के उद्देश्य से हर साल एक मई का दिन इनको समर्पित होता है. जिसे लेबर डे, श्रमिक दिवस, मजदूर दिवस, मई डे के नाम से जाना जाता है. इसका उद्देश्य है मजबदूरों को उनका हक दिलाना और सम्मान देना. जिससे कि उन्हें समान अधिकार मिल सके. तो चलिए जानें क्या है मजदूर दिवस का इतिहास और इस दिन को मनाने का उद्धेश्य.
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क्यों मनाया जाता है मजदूर दिवस?
अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस (Labour Day) की शुरुआत मई 1886 में अमेरिका के शिकागो से हुई थी. धीरे-धीरे यह दुनिया के कई देशों में फैल गया. भारत ने भी इसे अपना लिया. भारत में पहली बार 1 मई 1923 को लेबर डे यानी मजदूर दिवस सेलिब्रेट किया गया था. मजदूर दिवस को कामगार दिन, कामगार दिवस, अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस के रूप में जाना जाता है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अमेरिका में मजदूर दिवस सितंबर के पहले सोमवार को मनाया जाता है. हालांकि, मई डे की शुरुआत अमेरिका से ही हुई थी.
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उठाई गई थी 8 घंटे काम करने की मांग
1 मई 1886 को अमेरिका में आंदोलन की शुरूआत हुई थी. इस आंदोलन में अमेरिका के मजदूर सड़कों पर आ गए थे और वो अपने हक के लिए आवाज बुलंद करने लगे. इस तरह के आंदोलन का कारण था काम के घंटे क्योंकि मजदूरों से दिन के 15-15 घंटे काम लिया जाता था. इस आंदोलन के तीन साल बाद 1889 में अंतरराष्ट्रीय समाजवादी सम्मेलन की बैठक हुई. जिसमे तय हुआ कि हर मजदूर से केवल दिन के 8 घंटे ही काम लिया जाएगा.
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मजदूर दिवस का उद्देश्य
1 मई को हर साल मजदूर दिवस मनाने का उद्धेश्य मजदूरों और श्रमिकों की उपलब्धियों का सम्मान करना और योगदान को याद करना है. इसके साथ ही मजदूरों के हक और अधिकारों के लिए आवाज बुलंद करना और शोषण को रोकना है.
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