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Shani Jayanti 2022: शनि जयंती पर ये एक काम कर दें फिर देखें कई चमत्कारी लाभ
शनि जयंती पर करें खास पूजा. (फोटो साभार: Pixabay)
- शनि जयंती के साथ इस दिन सोमवती अमावस्या भी है.
- इस दिन गंगा में स्नान और दान का काम करना चाहिए.
- हर साल ज्येष्ठ अमावस्या को शनि जयंती मनाई जाती है.
हिंदू धर्म में हर तिथि पर कोई ना कोई त्योहार पड़ता है और ज्येष्ठ माह की अमावस्या को ही शनि जयंती मनाई जाती है. शनि जयंती पर इस साल खास योग बने हैं और क्योंकि इसी दिन सोमवती अमावस्या (Somvati Amawasya)भी पड़ेगी. इस साल की ये आखिरी अमावस्या है और इस दिन भक्त गंगा स्नान करते हैं और दान करते हैं. दान करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है और सभी मनोकामनाएं पूरी होती है. इस साल ज्येष्ठ अमावस्या 30 मई को मनाई जाएगी और इस दिन शनि महाराज की पूजा अर्चना विधिवत करने से चमत्कारी फल मिलेगा.
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शनि जयंती पर करें ये छोटा सा काम
शनि जयंती सोमवार को पड़ रहा है लेकिन इस दिन आमतौर पर जो पूरा शनि देव की होती है वैसी ही करनी होगी. इस दिन सुकर्मा योग बन रहा है और इसके अलावा सिद्धि योग भी बना है. इस योग में भगवान शनि की पूजा से आप कोई भी मनोकामनाएं पूरी करवा सकते हैं क्योंकि सिद्धि योग कार्यों में सफलता देते हैं. 30 मई की सुबह 7 बजकर 12 मिनट पर ऐसा योग शुरू होगा जो 31 मई तक सुबह 5 बजकर 24 मिनट तक रहेगा.
इस दिन भगवान शनि को प्रसन्न करना आसान होत है और इस मुहूर्त में पूजा करना बहुत शुभ होगा. इसी मुहूर्त पर सरसों के तेल में तिल के दाने डालकर एक दीया जलाएं और शनि चालिसा पढ़ें. 108 बार जाप करें, इससे निश्चित आपके जीवन का शनि ग्रह उतर जाएगा और आपको कई चमत्कारिक पल मिलेंगे.
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कैसें करें शनि जयंती पर विशेष पूजा?
शास्त्रों के अनुसार, शनि जयंती के दिन शनिदेव की विशेष पूजा करनी चाहिए. सुबह गंगा स्नान करने के बाद शनिदेव के मंदिर जाएं और उनके ऊपर सरसों का तेल, फूल माला और प्रसाद चढ़ाएं. इसके बाद पीपल के पेड़ के पास सरसों के तेल का दीया जलाएं और शनिदेव की उपासना करें. इस दौरान शनि चालिया और शनि देव के मंत्रों का जाप करना आपके जीवन में बहुत कुछ बदलाव ला सकता है.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.
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