. New Delhi, Delhi, India
कहां से आई चाय, कैसे हुआ इसका आविष्कार और किसने दिया इसे ये नाम, जानें
चाय की कोई खास रेसिपी नहीं थी, बल्कि यह तो गलती से बनाई गई थी. (फोटो साभार: Unsplash)
Interesting Facts About Tea: चाय आखिर किसे पसंद नहीं होती? भारत में चाय को बेहद पसंद किया जाता है, फिर चाहे वो सर्दियों की सुबह वाली चाय हो या दोस्तों के साथ टपरी वाली. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि चाय की शुरुआत आखिर कहां से हुई? यह बात जानकर आपको हैरानी होगी कि इसकी शुरुआत लगभग 5000 साल पहले चीन से हुई थी. चाय की कोई खास रेसिपी नहीं थी, बल्कि यह तो गलती से बनाई गई थी. चलिए जानते हैं इसका इतिहास और इससे जुड़े रोचक तथ्य.
चाय का आविष्कार
प्रचलित कहानी के अनुसार 2732 BC में चीन के शासक शेंग नुंग ने चाय का आविष्कार किया था. दरअल ऐसा गलती से हुआ था, शेंग नुंग जब अपना पानी उबाल रहे थे, तो एक जंगली पौधे की पत्तियां उसमें गिर गई. जब शेंग नुंग ने देखा कि इसका रंग लाल होता जा रहा है और खुशबू भी आ रही है, तो उन्होंने इसे पीकर देखा. फिर शेंग नुंग को अहसास हुआ की इसमें ताजगी भरी है और शरीर की थकान कम लग रही है. फिर शेंगु नुंग ने चाय का नाम चा.आ रखा था. ये चीनी अक्षर हैं जिनका मतलब है परखना या फिर खोजना.
यह भी पढ़ें: Kitchen Hacks: घर पर ऐसे बनाएं Maggie Masala, बढ़ेगा मैगी ही नहीं सब्जी का भी स्वाद
ऐसे रखा गया इसका नाम टी
1658 में ब्रिटेन के अखबार में पहली बार चाय का विज्ञापन छपा. तब तक कुछ चीनी और पुर्तगाली व्यापारी इसे ब्रिटिश बाजारों तक पहुंचा चुके थे. इस दौरान इसका नाम 'टे' था. विज्ञापन में भी इसी शब्द का इस्तेमाल किया गया और उसके बाद आगे बढ़ते-बढ़ते ये टी बन गया.
यह भी पढ़ें: क्या आप भी सभी फल फ्रिज में रखते हैं? तो जान लें कौन सा Fruit नहीं रखना चाहिए
तिब्बती लोग चाय में डालते हैं बटर
तिब्बती लोग चाय में बटर का इस्तेमाल करते हैं. यहां के लोग एनर्जी और कैलोरीज की मात्रा बढ़ाने के लिए चाय में बटर डालकर तैयार करते हैं. इसका आमतौर पर इस्तेमाल नहीं होता, बल्कि खास मौके पर ये चाय तैयार की जाती है. त्योहार या शादी के समय में तिब्बती लोग चाय में बटर डालकर पीते हैं.
यह भी पढ़ें: Skin Care: दमकती त्वचा के लिए टमाटर के साथ चेहरे पर लगाएं यह दो चीजें, जानें विधि